संवाददाता ए के सिंह
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र से एक अनोखी खबर सामने आई है, जहां दो सगे भाइयों ने एक ही युवती से शादी की है. यह शादी पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है. शादी के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. बताया जा रहा है कि संयुक्त परिवार और जमीन के बंटवारे से बचने की पुरानी परंपरा को कायम रखने के लिए दोनों भाइयों ने यह कदम उठाया.
जानकारी के अनुसार, यह शादी शिलाई गांव में धूमधाम से संपन्न हुई. अंतिम दिन दोनों दूल्हे अपनी दुल्हन के साथ मंच पर नजर आए. शादी में परिवार और गांव के कई लोग शामिल हुए. तीन दिन तक चली इस शादी में ढोल-नगाड़ों के साथ वीडियो शूटिंग भी की गई.
तीनों नवविवाहित शिक्षित
हाटी समुदाय में इसे 'उजला पक्ष' के नाम से जाना जाता है. शिलाई गांव के थिंडो खानदान के एक व्यक्ति ने अपने दोनों बेटों की शादी कुन्हट गांव की एक युवती से पूरे रीति-रिवाजों के साथ करवाई. तीनों नवविवाहित शिक्षित हैं और संपन्न परिवार से ताल्लुक रखते हैं. एक दूल्हा जल शक्ति विभाग में कार्यरत है, जबकि दूसरा विदेश में नौकरी करता है.
एक महिला से कई पुरुषों के विवाह की परंपरा प्रचलित थी
सिरमौर और उत्तराखंड के जौनसार-बावर क्षेत्रों में प्राचीन काल में एक महिला से कई पुरुषों के विवाह की परंपरा प्रचलित थी. इस परंपरा के तहत दो या अधिक भाई एक ही युवती से शादी करते थे. हालांकि, समय के साथ यह प्रथा लगभग समाप्त हो चुकी है. 1970 और 1980 के दशक के बाद ऐसी शादियां बहुत कम देखने को मिलीं. इस ताजा मामले ने एक बार फिर इस परंपरा को चर्चा में ला दिया है.
कहा जाता है कि इस परंपरा का संबंध पांडवों से भी है, जिनमें द्रौपदी के पांच पांडवों से विवाह की कथा प्रसिद्ध है. हालांकि, सोशल मीडिया पर इस शादी को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं. कई लोग कह रहे हैं कि समय के साथ समाज में बदलाव आ चुका है, और सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर युवती इस अनोखी शादी के लिए कैसे राजी हुई।
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