संवाददाता; नफीस खान
मुंबई: गंभीर आपराधिक मामलों में अदालत को धोखा देने के लिए फर्जी दस्तावेज और नकली जमानतदार खड़ा करने के आरोप में छह वर्षों से फरार चल रहे रियाज अहमद मुस्ताक अहमद पठाण उर्फ पापा (उम्र 43 वर्ष) को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ मुंबई के MRA मार्ग और कुलाबा पुलिस थानों में कुल 3 मामले दर्ज थे, जिनमें IPC की धारा 419, 465, 466, 467, 471, 473, 420, 457 और 34 के तहत केस दर्ज किए गए हैं।
पुलिस के मुताबिक, रियाज अहमद ने गंभीर अपराधों में गिरफ्तार आरोपियों को जमानत दिलाने के लिए फर्जी सैलरी स्लिप, नकली पहचान पत्र और बनावटी स्टैम्प तैयार कर अदालत को धोखा दिया। इस गिरोह का वह मुख्य सूत्रधार था। आरोपी पर पहले से ही भोईवाडा, कुर्ला, विक्रोली, मुलुंड, अंधेरी, आझाद मैदान, डीसीबी सीआईडी यूनिट 01 और शिवाजीनगर समेत मुंबई के अलग-अलग पुलिस थानों में 19 से अधिक मामले दर्ज हैं।
पिछले तीन सालों से आरोपी की तलाश के लिए पुलिस लगातार खुफिया जानकारी जुटा रही थी, पर वह हर बार पुलिस की पकड़ से बच निकलता था। आखिरकार 2 जुलाई 2025 को कक्ष-1 के पोह भादले को खबरी से सूचना मिली कि रियाज अहमद शिवाजीनगर, गोवंडी स्थित लोटस कॉलोनी के आसपास दिखाई देने वाला है। इसके बाद PSI शेडगे, पोह जुवाटकर, भादले, घुगे और निंबाळकर की टीम ने जाल बिछाकर आरोपी को दबोच लिया।
पूछताछ में आरोपी ने अपने अपराधों में शामिल होने की बात स्वीकार की, जिसके बाद उसे वैद्यकीय परीक्षण के लिए G T हॉस्पिटल ले जाया गया और फिर आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए MRA मार्ग पुलिस थाने को सौंप दिया गया।
पुलिस की इस कार्रवाई से अदालत को गुमराह करने वाले जमानती गिरोह के नेटवर्क को तोड़ने में बड़ी सफलता मिली है।
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