यूपी एसटीएफ से मुठभेड़ में ढाई लाख का इनामी अनुज कन्नौजिया मारा गया




संवाददाता नीतीश कुमार 

झारखंड मुठभेड़ में मारा गया अनुज कन्नौजिया, मुख्तार अंसारी गैंग का एक कुख्यात शूटर था, जिसे 29 मार्च 2025 को झारखंड के जमशेदपुर में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की गोरखपुर यूनिट और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया। वह ढाई लाख रुपये का इनामी अपराधी था और पिछले पांच साल से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के मऊ, आजमगढ़ और गाजीपुर जिलों में हत्या, लूट, फिरौती और अन्य संगीन अपराधों के 23 से ज्यादा मामले दर्ज थे। 
यह मुठभेड़ जमशेदपुर के किसी इलाके में हुई, जहां पुलिस को सूचना मिली थी कि अनुज वहां छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर एसटीएफ और झारखंड पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। जब टीम ने उसे घेरने की कोशिश की, तो अनुज ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से वह मारा गया। इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से करीब 20 राउंड फायरिंग होने की बात सामने आई है। पुलिस ने मौके से हथियार और अन्य सामग्री भी बरामद की है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।
अनुज कन्नौजिया मूल रूप से मऊ जिले का रहने वाला था और मुख्तार अंसारी का भरोसेमंद शार्प शूटर माना जाता था। उसकी आपराधिक गतिविधियों के चलते पहले उस पर एक लाख का इनाम था, जो बाद में बढ़ाकर ढाई लाख कर दिया गया था। कुछ समय पहले आजमगढ़ में उसके घर पर भी पुलिस ने बुलडोजर चलाया था, जिससे उसके खिलाफ कार्रवाई और सख्त होने का संकेत मिला था। 
यह मुठभेड़ संगठित अपराध और माफिया नेटवर्क के खिलाफ यूपी पुलिस और अन्य राज्यों की पुलिस की साझा रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।


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