संवाददाता,,,सगीर अंसारी
मुंबई:छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आव्रजन डेस्क पर तैनात मुंबई पुलिस की एक महिला पुलिसकर्मी को सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर 35.5 लाख रुपये के तस्करी के सोने के साथ पकड़े जाने के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। कांस्टेबल पर आरोप था कि वह विदेशी सोना तस्करी सिंडिकेट के एक सदस्य को तस्करी के सोने को हवाईअड्डे परिसर से सुरक्षित बाहर ले जाने में मदद कर रही थी।
कांस्टेबल संध्यारानी आनंदराव चव्हाण जिनकी उम्र लगभग 20 वर्ष है मुंबई पुलिस की विशेष शाखा-2 से जुड़ी थीं और मुंबई हवाई अड्डे पर आव्रजन में तैनात थीं।
विशेष शाखा के सूत्रों के अनुसार इस साल 23 अप्रैल को सोना तस्करी गिरोह का एक विदेशी सदस्य एयर इंडिया की उड़ान एआई-331 के माध्यम से बैंकॉक, थाईलैंड से मुंबई आया था।
कस्टम की एयर इंटेलिजेंस यूनिट (एआईयू) को विदेशी नागरिक के बारे में जानकारी थी। उन्होंने विदेशी को पकड़ा था और यह भी पता चला कि एक महिला पुलिस कर्मचारी विदेशी को हवाई अड्डे से सोना बाहर निकालने में मदद कर रही है।
इसके बाद चव्हाण को हवाई अड्डे पर ही रोक लिया गया और कुल 35.5 लाख रुपये के 685 ग्राम तस्करी के सोने के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, वह यह बहाना बनाकर अपनी आधिकारिक ड्यूटी के समय से पहले हवाईअड्डा परिसर छोड़ने की कोशिश कर रही थी कि उसकी मां की तबीयत ठीक नहीं है।
सीमा शुल्क विभाग ने तस्करी रैकेट में उसकी संलिप्तता और रैकेट के सदस्यों के साथ सांठगांठ का विवरण देते हुए एक रिपोर्ट तैयार की और इसे मुंबई पुलिस को भेज दिया।
रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए चव्हाण को पहले विभागीय जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया। उसे जांच अधिकारी के समक्ष अपने बचाव में बहस करने का अवसर दिया गया।
एक अन्य अधिकारी ने कहा, हालांकि वह अपने आपको सही ठहराने के लिए पर्याप्त तथ्य नहीं दे सकी और जांच में उसके खिलाफ आरोप साबित होने के बाद उसे कुछ दिन पहले पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
उनका बर्खास्तगी आदेश हाल ही में पुलिस उपायुक्त एसबी-2 के कार्यालय द्वारा जारी किया गया।
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