संवाददाता नीतीश कुमार
चन्द्र ग्रहण भाद्रपद शुक्ल पक्ष पूर्णिमा 7 सितम्बर 2025 रविवार
शतभिषा नक्षत्र कुम्भ राशि में होगा चन्द्र ग्रहण के 9 घंटे पहले से सूतक आरम्भ होता है ।
(1) सूतक काल आरम्भ दोपहर 12.57 से
(2) ग्रहण स्पर्श.. रात्रि 9.57 में
(3) ग्रहण मध्य.. रात्रि 11.41
(4) ग्रहण मोक्ष.. रात्रि 1.27 के बाद अर्थात् (8 सितंबर 2025 )
अतः मन्दिर के पट दोपहर 12 बजे बन्द हो जायेगा। और पुनः दिनाँक 08/09/2025 को मंगला आरती के समय प्रातः 6 बजे दर्शन हेतु खुलेगा
क्या न करें
(1) मंदिर बंद रखे (प्रवेश न करें)
(2) भगवान (मूर्ति) को स्पर्श न ।
(3) भोजन आदि न करें।
(4) सब्ज़ी या अन्य वस्तु को न काटे।
(5) गर्भवती महिला घर से बाहर न निकले और पेट को गाय के गोबर से गोठ ले ग्रहण काल में कुछ खाना पीना मना है ।
क्या करें
(1) खाने पीने की वस्तु में कुशा या तुलसी के पत्ते डाल कर रखे।
(2) गुरु मंत्र का जप करें अगर मंत्र नहीं लिया है तो गायत्री मंत्र जप करें।
(3) हरि कीर्तन या गीता-रामायण जी का पाठ सब लोग कर सकते हैं |
(4) यदि संभव हो ग्रहण आरम्भ के समय और मोक्ष के बाद गंगा स्नान करें।
बालक, वृद्ध और रोगी के लिए कोई नियम नहीं है
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