नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भारत के परिवहन भविष्य पर महत्वाकांक्षी रोडमैप पेश किया है। इस विजन के तहत देशभर में इलेक्ट्रिक रैपिड ट्रांजिट सिस्टम, हाइपरलूप, रोपवे, केबल बसें और फनिक्युलर रेलवे जैसे आधुनिक परिवहन विकल्प शुरू किए जाएंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए विशेष साक्षात्कार में नितिन गडकरी ने कहा कि भारत का ट्रांसपोर्ट सेक्टर एक ऐतिहासिक बदलाव के दौर से गुजर रहा है और अगली पीढ़ी के समाधान इसमें क्रांति लाएंगे।
शहरों से पहाड़ों तक बदलेगा ट्रांसपोर्ट सिस्टम
नितिन गडकरी ने बताया कि शहरों में ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्या को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक मास रैपिड ट्रांसपोर्ट नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। जबकि, दुर्गम क्षेत्रों में आवाजाही के लिए रोपवे, केबल-बस और फनिक्युलर रेल की शुरुआत की जाएगी। नितिन गडकरी ने बताया कि शहरी इलाकों के लिए हम रैपिड, इलेक्ट्रिक और सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट का नया मॉडल ला रहे हैं, जबकि दुर्गम इलाकों में सुरक्षित और तेज आवाजाही के लिए वैकल्पिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर काम कर रहे हैं।
फ्लेक्स फ्यूल इंजन और ग्रीन टेक्नोलॉजी
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने खुलासा किया कि देश के 11 प्रमुख वाहन निर्माता जल्द ही फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाली गाड़ियाँ लॉन्च करेंगे। जिन्हें इथेनॉल और पेट्रोल दोनों से चला सकेंगे। इससे न सिर्फ ईंधन आयात पर निर्भरता कम होगी बल्कि, किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी।
ट्री बैंक और मोबाइल-आधारित ड्राइविंग टेस्ट
नितिन गडकरी ने "ट्री बैंक" की अवधारणा पर भी जोर दिया। कहा, इससे सड़क निर्माण के दौरान काटे गए पेड़ों की भरपाई सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही मोबाइल-आधारित ड्राइविंग टेस्ट सिस्टम से ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया और पारदर्शी तथा तकनीक-सक्षम होगी।
इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा फोकस
नितिन गडकरी ने बताया कि 25,000 किलोमीटर के दो-लेन राजमार्गों को फोरलेन में बदला जा रहा है। NHAI का लक्ष्य प्रतिदिन 100 किलोमीटर सड़क निर्माण करने का है। इससे देश का सड़क नेटवर्क तेज़ी से बढ़ेगा। नेशनल हाईवे नेटवर्क को मजबूत कर विकासशील और पिछड़े इलाकों को जोड़ने का प्रयास जारी है।
हाइपरलूप तकनीक से बढ़ेगी स्पीड
नितिन गडकरी ने बताया कि हाइपरलूप तकनीक को भारत में शुरू करने की दिशा में गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। हाइपरलूप एक भविष्य की परिवहन तकनीक है, जो निर्वात ट्यूब में 1,000 किमी प्रति घंटा से ज्यादा की स्पीड पर यात्रियों को ले जाने में सक्षम होगी।
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