प्यार की बस्तियां जला रही हैपढ़कर लोगों को एक दूसरे से प्यार और मोहब्बत का पैगाम देने वाली गजल सुनाई



संवाददाता संदीप यादव

उत्तर प्रदेश जौनपुर भारत रत्न खान अब्दुल गफ्फार खान सीमांत गांधी के 136 वें  जन्मदिवस पर विचार गोष्ठी राबता काव्य संध्या का आयोजन किया गया दिनांक
 6/ 2 /2025 आयोजक आसरा द होप ट्रस्ट ,कबीर पीस सेंटर , डॉ0 ए ,यू ,आज़मी ट्रस्ट  जौनपुर, स्थान शाही अटाला मस्जिद के पीछे कमाल आज़मी साहब के घर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता निसार अहमद प्रबंधक आजाद शिक्षा केंद्र खेतासराय ने की विशिष्ट अतिथि कमाल आज़मी व नगर की सामाजिक संस्थाओं का समर्थन मिला। सभी ने एक सुर  में खान साहब को सीमांत गांधी के नाम से जानने और नेक इंसान होने तक की ही जानकारी दी खान साहब की बनाई संस्था खुदाई खिदमतगार के बारे में और उनके उच्च विचार को जानने में बहुत उत्सुकता से सभी कवियों व वक्ताओं को सुना डॉक्टर अंगद कुमार राही ने गजल के द्वारा नफरतें आंधियां चला रही है। प्यार की बस्तियां जला रही है। पढ़कर लोगों को एक दूसरे से प्यार और मोहब्बत का पैगाम देने वाली गजल सुनाई और लाल प्रकाश राही दिशा फाउंडेशन के अध्यक्ष ने एक कविता जिसका शीर्षक 
मै अंधेरा बाटता हूं, और लोग टूट जाते हैं। एक घर बनाने में, वह कौन लोग हैं जिन्हें शर्म नहीं आती बस्तियां जलाने में ।
विवेक शर्मा आजाद शिशु शिक्षा निकेतन आजाद नगर मुरारा मुफ्तीगंज जौनपुर ने अपने विचार रखें शुभम शर्मा ने कविता पढ़ी अब तो मजहब कोई ऐसा बनाया जाए इंसान को इंसान बनाया जाए श्रोताओं को मंत्र मुग्ध  कर लिया कमाल आज़मी ने सभी मौजूदा संस्था के सदस्यों से सभी महापुरुष की जयंती पर उनके किए गए कार्यों को अपने जीवन में आत्मसात करने की शपथ लेने के लिए कहा और उनके विचारों का प्रचार प्रसार करके लोगों को जागरूक करने पर जोर  दिया आयोजक शीराज़ अहमद ने बादशाह खान, सीमांत गांधी, खान अब्दुल गफ्फार खान खुदाई खिदमतगार संस्था का पूरा परिचय व खान साहब पर पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रताड़ित करने का पूरा किस्सा सुनाया और लोगों से गांधीवादी सीमांत गांधी से जुड़कर शांति अहिंसा से जीवन जीने के लिए मिलकर सामाजिक कार्य करने को कहा। अंत में निसार भाई ने खान साहब को जब भारत रत्न अवार्ड मिल रहा था तो वह वहीं मौजूद थे मुंबई में इस कार्यक्रम को देखकर निसार भाई में सामाजिक कार्य करने के प्रेरणा जगी और उसी के बाद से निसार भाई ढाई साल तक खान निसार अहमद गांधी के नाम से जाने जाने लगे जब तक दिल्ली में थे सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा  लिए और अखबारों में उनका नाम खान निसार अहमद गांधी आता रहा कार्यक्रम समापन की घोषणा व सभी का आभार आसरा द होप ट्रस्ट जौनपुर के मुख्य  ट्रस्टी  शीराज़ अहमद 

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