अनेक जगह ईदगाह पर बृहस्पतिवार की सुबह 6:45 पर ईद की नमाज अदा की गई। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टिगत सभी ईदगाह पर पुलिस और चौकीदार की तैनाती की गई थी।

बिंद्राबाज़ार आजमगढ 
गंभीरपुर थाना क्षेत्र के गौरी शिवराजपुर जमालपुर मदारपुर मंगरावा रायपुर, गंभीरपुर, छाऊ, कमरावा, चिवटही, नेगवा, मुहम्मदपुर, मखदुमपुर समेत अनेक जगह ईदगाह पर बृहस्पतिवार की सुबह 6:45 पर ईद की नमाज अदा की गई। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टिगत सभी ईदगाह पर पुलिस और चौकीदार की तैनाती की गई थी। 
उसी क्रम में गंभीरपुर ईदगाह पर हाफिज अबू सईद ने ईद की नमाज अदा कराई।ईद की नमाज अदा करने के बाद लोग एक दूसरे को गले मिलकर बधाई दिए।नमाज अदा कराने के उपरांत हाफ़िज़ सईद ने कहा की यह पर्व त्याग और अपने मजहब के प्रति समर्पण को दर्शाता है। 
यह बताता है कि एक इंसान को अपनी इंसानियत के लिए इच्छाओं का त्याग करना चाहिए, जिससे कि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके। ईद उल फितर का निर्धारण एक दिन पहले चाँद देखकर होता है। चाँद दिखने के बाद उससे अगले दिन ईद मनाई जाती है।ईद रमजान के पवित्र महीने के अंत का प्रतीक है। यह प्रेम, करुणा और स्नेह की भावनाओं के विस्तार का त्योहार है। ईद हमें एकता और आपसी सौहार्द का संदेश देता है। यह त्योहार सद्भाव की भावना से ओत-प्रोत है और हमें एक शांतिपूर्ण और समृद्ध समाज बनाने के लिए प्रेरित करता है।
वर्तमान समय में जहां हिंदू समुदाय के लिए नवरात्रि क्या पावन पर्व है वहीं मुस्लिम समुदाय के लिए रमजान भी एक पावन पर्व है यह दोनों एक दूसरे के प्रेम और आपसी भाईचारे को दर्शाता है क्षेत्र में इस समय दोनों समुदायों को लोगों के बीच आपसी प्रेम संबंध है जिसे लोगों ने खूब जमकर के निभाया

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