कहां चली जाती है मानवता, इंसानियत,

कहां चली जाती है मानवता, इंसानियत, और भाईचारा, जब किसी निर्बल, असहाय, बेचारे पर अत्याचार होता है और वो अत्याचार करने वाले प्रशासन के भी लोग हों, सरकारों और सेनाओं के आदेशों से जब ये जुल्म हो.... ऐसे में किसका मन नहीं पसीजता। कई जगह हम असहाय होते है और चाह कर भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते... लेकिन ऐसा हर बार नहीं होता। बहुत से ऐसे मौके होते है जब हम अत्याचारी को सबक सिखा सकते हैं। किसी असहाय की मदद कर सकते हैं। किसी को न्याय दिला सकते हैं तो किसी जीवन, स्वास्थ्य या शिक्षा जैसे उनके मौलिक अधिकार दिला सकते हैं। 
इसके लिए जरुरत है हौसंले की, इच्छा शक्ति की। कुछ काम हम अकेले अपने दम पर कर लेते है तो कुछ काम के लिए संगठन की जरुरत होती है। इसके लिए हमारे जैसे संगठन आपके साथ है। WORLD HUMAN RIGHTS ORGANIZATION में ऐसे दिलवालों का स्वागत है। जो देश, समाज व मानवता की सेवा करना चाहते हैं। संगठन में जुडने के लिए औपचारिकताएं, निमय, सहयोग राशि व अन्य जानकारी के लिए वट्सअप करें- 



सौजन्य से एसोशिएट  
ए के सिंह 
मानवाधिकार डबलू एच आर ओ आर्गनाइजेशन प्रैसीडेंट।

Post a Comment

Previous Post Next Post