लखनऊ फर्जी झोलाछाप जीवक हॉस्पिटल की इटौंजा सीएचसी अधीक्षक एके दीक्षित के द्वारा तालाबंदी कराई गई


लखनऊ फर्जी झोलाछाप जीवक हॉस्पिटल की इटौंजा सीएचसी अधीक्षक एके दीक्षित के द्वारा तालाबंदी कराई गई,

लखनऊ से संवाददाता मोहम्मद फारुख की रिपोर्ट 

 24 घंटे का हॉस्पिटल संचालक को दिया अल्टीमेटम साक्ष्य प्रस्तुत करने का दिया निर्देश राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब इटौंजा क्षेत्र में बिना पंजीकरण अस्पताल भोली भाली जनता को अच्छा इलाज करने के नाम पर लूट रहे हैं। 
साथ ही अनुभव हीन डॉक्टर मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं ऐसा ही एक मामला लखनऊ क्षेत्र इटौंजा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जीवक हॉस्पिटल में देखने को मिला।
आरोप है कि जीवन हॉस्पिटल में अनुभव हीन डॉक्टरों की लापरवाही के चलते इलाज से महिला की हालत बिगड़ गई।जिसे परिजनों ने लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। पीड़िता  शीला पत्नी सुखराम पाल ने इटौंजा पुलिस को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि वह गर्भवती थी।
कुछ दिक्कतों के चलते वह जीवक हॉस्पिटल इलाज के लिए गई थी। 
जहां संचालक विवेक श्रीवास्तव  द्वारा अल्ट्रासाउंड कराने के बाद बताया गया कि बच्चा मर चुका है इसलिए सफाई करनी पड़ेगी फिर डाक्टर ने अपने अन्य पांच स्टाफ के साथ मेरे बच्चेदानी की सफाई की गई। 
सफाई के दौरान डॉक्टरों ने उसकी बच्चेदानी ही निकल दी जिसके बाद तबीयत अचानक से ज्यादा बिगड़ गई।
सूचना पर हॉस्पिटल पहुंचे परिजनों ने उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जो  वेंटिलेटर पर है और आज भी जिंदगी मौत से जूझ रही है जीवन हॉस्पिटल की लापरवाही से  वह अब कभी भी मां नही बन पाएगी। आरोप यह भी है कि 
शिकायती प्रार्थना पत्र थाना इटौंजा के दरोगा इंदू कुमार तिवारी जांच दी गई थी।
लेकिन अभी तक कोई किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है और दरोगा उलटा शिकायतकर्ता के परिजनों पर दबाव बनाकर मामले को रफा दफा करने में लगे हैं। वहीं सूत्रों की मानें तो इन झोलाछाप व अनुभवहीन फर्जी डॉक्टरों के ऊपर प्रशासनिक अधिकारी मेहरबान हैं।
जिससे पूरे क्षेत्र में जगह जगह बिना पंजीकरण के झोलाछाप व हॉस्पिटल अपनी दुकानें कुकुरमुत्तों, की तरह सजाकर जनता को जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इटौंजा अधीक्षक से जब इस प्रकरण की जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि हमें इस संबंध में मामला हमारे संज्ञान में है ऊपरी अधिकारियों का आदेश मिला तो जल्द ही कठोर कार्रवाई करूंगा आज दोपहर 2:00  जाकर डॉक्टर एके दीक्षित अधीक्षक ने छापा मारा जहां पर हॉस्पिटल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं मिला और रिसेप्शन पर 2 से 3 लोग मिले और हॉस्पिटल संचालित करने के मामले में जानकारी ली तो कोई प्रपत्र नहीं दिखा पाए जो कि एक मेडिकल स्टोर भी संचालित है वहीं अधीक्षक ने 24 घंटे का अल्टीमेटम देकर साक्ष्य प्रस्तुत करने का निर्देश दे डाला वही युवा हिंदू वाहिनी के प्रभारी विमल सिंह पमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि जीवक हॉस्पिटल पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा तुरंत तालाबंदी कर हॉस्पिटल को सीज कर  इस संबंध में उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराया।
केडी मिश्रा ने बताया कि उक्त हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन नहीं है जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। अभी हमने विभागीय कार्रवाई करते हुए हॉस्पिटल का ताला बंद करवा दिया गया है।


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