संवाददाता एस जाबिर
वाराणसी शहनाई के जादूगर, भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर विन्रम श्रद्धांजलि
शहनाई के जादूगर, जिन्होंने अपनी मधुर स्वर लहरियों से देश-दुनिया को मंत्रमुग्ध किया, बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार में शहनाई बजाने से लेकर स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देशभक्ति की धुन छेड़ने तक, उनकी कला ने हमेशा सबको मंत्रमुग्ध किया है।
उनकी सादगी, संगीत के प्रति समर्पण और हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश आज भी प्रेरित करता है।
उस्तादों के उस्ताद खान साहब की शहनाई की गूंज हमेशा हम सबकी आत्मा में बसी रहेगी।
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