उत्तर प्रदेश में बीते कई दिनों से सक्रिय मानसून का असर अब कम होने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार 26 अगस्त से प्रदेश में बादलों की सक्रियता घटेगी और अगले चार से पांच दिन तक मानसूनी बारिश धीमी रहेगी। मंगलवार के लिए प्रदेश में कहीं भी भारी बारिश की चेतावनी नहीं है। हालांकि, 31 अगस्त के आसपास बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक नए वेदर सिस्टम के प्रभाव से मानसूनी बारिश फिर से तेज हो सकती है।
सोमवार को प्रदेश के पूर्वी और तराई के लगभग 30 जिलों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। बांदा में सर्वाधिक 114.2 मिमी बारिश हुई, जबकि फतेहपुर में 101.6 मिमी, चित्रकूट में 90 मिमी और प्रयागराज में 78.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। राजधानी लखनऊ में भी दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही, और रात 8:30 बजे तक 71.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बादलों और बारिश के चलते सोमवार को अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3.4 डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मात्र 3 डिग्री का अंतर रहा।
उन्होंने कहा कि मंगलवार से लखनऊ और पूरे प्रदेश में मानसूनी बारिश की रफ्तार धीमी पड़ेगी। अगले चार दिनों तक छिटपुट बूंदाबांदी की स्थिति रहेगी। अच्छी बारिश के लिए अब 31 अगस्त तक इंतजार करना पड़ सकता है, जब बंगाल की खाड़ी में बन रहा नया वेदर सिस्टम मानसून को फिर से सक्रिय कर सकता है।
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