दसवीं मुहर्रम को कस्बा सरायमीर में अंजुमन तंजीमे हुसैनी की ओर से ताजिया का जुलूस निकाला गया




संवाददाता मोहम्मद यासिर

उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले के सरायमीर कर्बला के शहीद हज़रत इमाम हुसैन व उनके 72 साथियों की शहादत की तारीख दसवीं मोहर्रम को ग्रामीण क्षेत्रों व क़स्बा सरायमीर मे अंजुमन तंजीमे हुसैनी की ओर से ताजिया  का जुलूस निकाला गया। जो देर शाम कर्बला (ताज़िया दफ़नगाह) पहूँच  कर ज़ियारते आशूरा पढ़ने के बाद खत्म हुआ। भूखे प्यासे व गम मे डूबे मातमदारों ने ताज़िया दफ़न करने के बाद शामे गरीबां की मजलिस की जहां पर मौलाना ने इमाम हुसैन की शहादत के बाद यज़ीदी फ़ौज के ज़रीया हुसैनी कैम्पो मे आग लगाये जाने व उनके घर की महिलाओं व बच्चों को क़ैद किये जाने का मंज़र ब्यान किया तो हर एक की आंखों से आंसू छलक पड़े। 
नगर के चौक स्थित अज़ाखाना अबु तालिब से 2 बजे दिन मे मजलिस के बाद शबीह ताबूत अलम दुलदुल व ताज़िया का जुलूस निकला जो पुराना थाना, रौज़ा अली आशिकान, सिरादी का पूरा मेन रोड होते हुए खरेवां स्थित सदर इमामबाड़ा पहूँचा जहां पर ज़ियारते आशूरा पढ़ने के बाद खत्म हुआ । 
जुलूस का संचालन करते हुए शिया कमेटी के मीडिया इंचार्ज सैय्यद मोहम्मद हुसैन ने कहा कि 10 मोहर्रम सन 680 ई को हज़रत मोहम्मद साहब के नवासे (नाती)  इमाम हुसैन ने अल्लाह की रज़ा और मानवता की रक्षा के लिए शहादत देकर न सिर्फ अपने दौर मे तानाशाही हुकूमत को चकनाचूर कर दिया। बल्कि पूरी तारीख का रूख मोड़ दिया इमाम हुसैन और उनके छोटे बड़े साथियों ने दुश्मन की आंखों मे आंख डालकर कहा था ज़िल्लत की ज़िन्दगी से इज़्ज़त की मौत बेहतर है जुलूस मे अन्जुमन अज़ाए हुसैन निकामुद्दीनपुर, अन्जुमन गुन्चये अब्बासिया कोरौली व अन्जुमन तन्ज़ीमे हुसैनी सरायमीर ने ज़ंजीर व छुरी से मातम करके कर्बला के शहीदों को खेराज अकीदत पेश किया। 
इसी कर्म मे ओस्ती, रसूलपुर, ओहदपुर , बेलहरी, कस्बा पुरन्दरपुर, फ़त्तेपुर लेडूवावर, कोरौली, कमालपुर, गोंसड़ी, मोईंया  निकामुद्दीनपुर मे जुलूस निकाला गया जहां  देर शाम तक कर्बला पर ताजिया दफ्न हुए।

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