संवाददाता,,,सगीर अंसारी
मुंबई:कमलारामन नगर स्थित डम्पीग रोड गार्डन, जो कभी गोवंडी की लाखों की आबादी के लिए सुकून का ठिकाना हुआ करता था, अब खंडहर में तब्दील होता जा रहा है। करीब सात करोड़ रुपये की लागत से बने इस गार्डन की हालत अब दर्दनीय हो चुकी है।
कभी हरी-भरी घास और छायादार पेड़ों से सजे इस गार्डन में अब न पेड़ बचे हैं न घास। स्थानीय लोगों के अनुसार, खुले में घूम रही भेड़-बकरियों ने घास चर ली, जबकि बचे-खुचे पेड़ पानी और देखभाल की कमी से सूख गए हैं।
संगीत सिस्टम भी बंद
गार्डन में पहले संगीतमय प्रणाली लगाई गई थी जिससे सुबह-शाम मधुर संगीत बजता था। लेकिन अब वह सिस्टम भी बंद पड़ा है। पूरा परिसर वीरान और उपेक्षित नजर आता है।
शिवसेना (यूबीटी) के युवा अधिकारी आमीन अत्तार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह गार्डन लाखों लोगों के लिए एकमात्र सार्वजनिक स्थान है, हमने कई बार बीएमसी और संबंधित अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन केवल आश्वासन ही मिल रहे हैं। यदि जल्दी कार्रवाई नहीं हुई, तो हम जनआंदोलन करेंगे।"
स्थानीय निवासी का कहना है कि प्रशासन को शर्म आनी चाहिए
स्थानीय निवासी समीउल्लाह ने भी रोष व्यक्त करते हुए कहा,
"पहले हम पूरे परिवार के साथ घूमने आते थे। अब यहां आना ही व्यर्थ है। यह गार्डन अब जानवरों का चारागाह बन चुका है। प्रशासन को शर्म आनी चाहिए कि जनता की मूलभूत ज़रूरतों की अनदेखी हो रही है।"
आमीन अत्तार ने मांग की है कि नियमित जल आपूर्ति और सिंचाई व्यवस्था, पशुओं के प्रवेश पर रोक और बाउंड्री की मरम्मत हो, संगीत प्रणाली की मरम्मत और पुनः संचालन हो, सफाईकर्मियों की तैनाती हो, स्थायी रखरखाव स्टाफ की नियुक्ति हो उन्होंने कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह गार्डन पूरी तरह उजड़ जाएगा और नागरिकों को राहत देने वाला एकमात्र स्थल इतिहास बनकर रह जाएगा।
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