डॉक्टर अंबर खान ने कठिन परिश्रम के बाद, एमआरसीओजी की परिक्षा पास कर रच दिया इतिहास



संवाददाता हाफिज नियामत 

जौनपुर। शहर के पालिटेक्निक चौराहा स्थित जीएचके हास्पिटल की करता धरता डॉक्टर अम्बर ख़ान ने मेडिकल की एक ऐसी परिक्षा जो अब तक जनपद में किसी ने पास नहीं की थी।उस परिक्षा,एमआरसीओजी, को कठिन परिश्रम के बाद पास कर के इतिहास रच दिया है। जिसकी परिजन समेत उनके शुभचिंतकों द्वारा भूरी भूरी प्रशंसा करने के साथ ही उन्हें सम्मानित करने के साथ विभिन्न माध्यम से बधाई देने वालों का सिलसिला जारी है। डाक्टर अंबर खान ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर जिले का नाम रोशन करने के साथ ही पारिवारिक जनों का सर फखर से ऊंचा कर दिया है। और ,एमआरसीओजी, एक प्रतिष्ठित परीक्षा को पास करके जि़ले की भी प्रथम महिला चिकित्सक बन गई हैं। यह सफलता न केवल उनके लिए बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व की बात है।
बता दें एमआरसीओजी का पूर्ण रूप है — मेंबर ऑफ रॉयल कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिशियंस एंड गाइनेकोलॉजिस्ट्स, जो लंदन के रॉयल कॉलेज द्वारा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ बनने की दिशा में वैश्विक मान्यता प्राप्त सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इसे तीन भागों में विभाजित किया गया है, और प्रत्येक चरण में उत्तीर्ण होना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है। डॉक्टर अंबर खान की इस सफलता को मेडिकल जगत में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार में हर्ष का माहौल है, बल्कि पूरे चिकित्सक समुदाय में भी खुशी का माहौल है। जौनपुर आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) और जिले के अन्य चिकित्सा संगठनों द्वारा डॉक्टर अंबर खान को सम्मानित किए जाने की तैयारियां जो़रों शोर से की जा रही हैं। उनके इस ऐतिहासिक कदम को पूरे जिले में एक प्रेरणादायक मिसाल के रूप में लोग। देख रहे है।

यहां पर यह बात भी चरितार्थ होती है कि अगर मन में लगन हो और मेहनत सच्चे दिल से की जाए तो कोई भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है ।यह भी साफ तौर पर कहना ग़लत नहीं होगा कि उनकी सफलता आने वाली पीढ़ियों विशेष रूप से महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बनकर उभरी है। अब वे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप स्त्री एवं प्रसूति रोगों की विशेषज्ञ चिकित्सा सेवा प्रदान करने में भी सक्षम होंगी। ज्ञातव्य हो कि डॉक्टर अंबर खान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जौनपुर से प्राप्त करने के पश्चात एमबीबीएस चिकित्सकीय शिक्षा पूरी कर निरंतर मेहनत और लगन के बल पर इस अंतरराष्ट्रीय परीक्षा में सफलता अर्जित कर परिजन का ही नहीं जिले का भी नाम रोशन किया है। चिकित्सकों में हो रही चर्चा के मुताबिक यहां पर एक बात बताना अति आवश्यक हो जाती है कि, मुहावरा है कि किसी भी कामयाब मर्द के पीछे औरत का हांथ होता है लेकिन डॉक्टर अंबर खान की सफलता के पीछे कहीं ना कहीं डॉक्टर अंबर खान के पति और जिला अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर सैफ हुसैन खान का बहुत बड़ा योगदान रहा है।

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