संवाददाता जाबिर शेख
उत्तर प्रदेश आजमगढ़। जनपद के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के शहाबुद्दीनपुर स्थित शिफा हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान एक महिला और उसके नवजात की मौत मामले में मृतका के पिता की तहरीर पर अस्पताल संचालक, डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। परिजनों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बताते चलें कि अंबेडकर नगर के मसूरगंज निवासी गुड्डी देवी, जो वर्तमान में आजमगढ़ के कप्तानगंज क्षेत्र के चेवता में रहती हैं, ने बताया कि 19 जून को उनकी पुत्रवधू प्रिया गुप्ता को प्रसव के लिए शिफा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। 20 जून को अस्पताल प्रशासन ने आॅपरेशन के लिए 50,000 रुपये जमा कराए, लेकिन आॅपरेशन नहीं किया गया। परिजनों को न तो डॉक्टर की जानकारी दी गई और न ही इलाज के बारे में बताया गया। जब परिजनों ने स्टाफ से जानकारी मांगी, तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें बाहर निकाल दिया गया। कुछ घंटों बाद नवजात की मौत की सूचना दी गई और शव सौंप दिया गया। इसके बाद प्रिया गुप्ता की भी मृत्यु हो गई।
परिजनों का आरोप है कि प्रिया की मौत के बाद अस्पताल स्टाफ ने उनका शव सड़क पर रख दिया और संचालक सहित पूरा स्टाफ मौके से फरार हो गया। इस अमानवीय कृत्य से आक्रोशित परिजनों ने शनिवार को जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी गंभीर सिंह और एसडीएम सदर नरेंद्र कुमार गंगवार को सौंपा। गुड्डी देवी ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। अपर जिलाधिकारी और एसडीएम ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। इस घटना के विरोध में करीब 50 लोग डीएम कार्यालय पर जुटे थे।
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