लखनऊ- उत्तर प्रदेश में किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों और सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से चल रहे "विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025" के तहत मंगलवार को जनपद कानपुर नगर के विकासखंड बिल्हौर के ग्राम सरैया दस्तम (अरॉल) में आयोजित कृषक-वैज्ञानिक संवाद में प्रदेश के कृषि मंत्री, सूर्यप्रताप शाही जी ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कृषक उत्पादक संगठन (FPO) का गठन कर फसल उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन के माध्यम से अधिक लाभ कमाने की सलाह दी। माननीय मंत्री जी ने FPO शक्ति पोर्टल पर पंजीकरण कराने के महत्व पर भी जोर दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने किसानों को प्रति इकाई अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए नई प्रजातियों के प्रयोग और मल्टी-लेयर कृषि जैसी आधुनिक तकनीकों को अपनाने के लिए कृषि वैज्ञानिकों से चर्चा करने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर श्री शाही ने कस्टम हायरिंग सेंटर/फार्म मशीनरी बैंक के लाभार्थियों को ट्रैक्टर की चाभी, उन्नत प्रजाति के बीजों के मिनीकिट और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। उन्होंने किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं, जैसे पीएम कुसुम योजना, ढैंचा बीज, जिप्सम, खेत तालाब, ड्रिप एवं स्प्रिंकलर एरिगेशन, कृषि यंत्रों आदि पर मिल रहे अनुदान का लाभ उठाकर खेती की लागत कम करने का आह्वान किया। इस कार्यक्रम में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह, निदेशक (कृषि सांख्यिकी एवं फसल बीमा) उत्तर प्रदेश सुमिता सिंह, अपर कृषि निदेशक (कृषि रक्षा) टी.एम. त्रिपाठी, संयुक्त कृषि निदेशक कानपुर देव शर्मा, कृषि विश्वविद्यालय कानपुर, कृषि विज्ञान केंद्र कानपुर देहात और उन्नाव के कृषि वैज्ञानिक व अन्य कृषि वैज्ञानिक एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।
जनपद लखनऊ के ग्राम सभा बहरू, विकासखंड काकोरी में संयुक्त कृषि निदेशक, ब्यूरो ए. के. सिंह ने खेती की नई तकनीकों, पीएम किसान सम्मान निधि, फार्मर रजिस्ट्री, जिप्सम का प्रयोग, ढैंचा की उपयोगिता एवं फसल बीमा पर विस्तृत चर्चा की। केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. आलोक कुमार गुप्ता, डॉ. अंजु बाजपेयी, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी व अन्य कृषि विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वैज्ञानिक, डॉ. राम प्रकाश साहू, राम लखन शाक्य आदि भी उपस्थित रहकर कृषि से संबंधित विषयों पर किसानों से चर्चा की। ग्राम सभा बहरू में 831 किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त कर रहे हैं, जिसके तहत अब तक 3 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि किसानों को प्राप्त हो चुकी है। गांव के लगभग 67 प्रतिशत लाभार्थी फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण करा चुके हैं और शेष लाभार्थियों का पंजीकरण जारी है।
प्रदेश के 75 जनपदों में अब तक लगभग 4050 स्थानों पर विभिन्न गणमान्य जनप्रतिनिधियों, कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि एवं सहवर्ती विभाग के अधिकारियों के साथ आज छठे दिन तक लगभग 6,90,000 से अधिक किसानों ने इस अभियान में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के प्रति किसानों में बढ़ता उत्साह देखते हुए आगामी दिनों में किसानों की सहभागिता और अधिक बढ़ने की संभावना है। विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के कुशल संचालन हेतु कृषि निदेशक द्वारा प्रदेश के 38 अधिकारियों को नामित किया गया है, जिन्हें नामित जनपदों में प्रतिभाग कर जनपदीय टीम को मार्गदर्शन एवं सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। यह अभियान प्रदेश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और कृषि क्षेत्र में नई क्रांति लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
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